नमस्कार
दमण म्युनिसिपल काउंसिल के अध्यक्ष श्री अनिलभाई टंडेल आपका कार्य अत्यंत सराहनीय है आपने दमण मे गटर की सफाई शुरू करवाई है और खुद उपस्थित रहते हो।
पर मेरे भाई जहा जहा सफाई हो गई वहा की गटर के ढक्कन को बंध करवाने का क्या अब अलग से टेन्क निकलेगा? और फिर ठेके से वे खुले ढक्कन को बंध करवाओगे?
मेरे भाई दो जगह सफाई ना हो तो कोई आसमान नही तुटेगा पर सफाई हो जाने पर वहां से गटर से निकला कचरा उठाने के साथ ढक्कन को भी उसी समय बंध करवाते चलो।
दुसरे आपने वोटर हार्वेस्टिंग के नाम पर तो ये है वो है करके बात को फाईल मे बंद करके कोने मे रखवा दिया। और अगले वर्ष फिर यही पानी कि किल्लत की हो हल्ला होना तय है। कारण दमण की जनता को प्रशासन की मदद के बीना कोई काम नही होता ये आदत बन चुकी है। मै दो महीने तक लगातार लिखता रहा कितने लोगो ने यह सिस्टम करवाई नही जानता। कल एक भाई ने बताया साईकृपा के साथ लगे मलबारी कोम्प्लेक्श मे 300 फिट तक बोर करने पर भी पानी नही है। सोचो दमण एक मरू स्थल बन गया है। कारण दिलीपनगर, साईकृपा का क्षेत्र कभी हरी यारा हुआ करता था वहा खेती होती थी, आज ये हाल है। और जनता है बस प्रशासन मदद करेगी थी ही हो कर पायेगी नही गाली देते रहेगे लेकिन खुद नही करायेगी।
और दुसरी बात ये जो गटर हर दो महीने चोक हो जाने का बडा कारण है सबने अपने घर मे टोयलेट से सेफ्टी टेन्क से मल/मुत्र की लाईन गटर मे जोड दी है। टोयलेट के लिए सेफ्टी टेन्क के साथ सोख पीट बनानी होती है वो कोई नही बनाता और इस गटर मे पाइप जोड दिया है।
अगर वाहवाही करानी हो तो भाई दो कार्य करवा ली वोटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सब नये पुराने घर के लिए कम्प्लीट हो और एक टीम बनाओ और ये टोयलेट की लाईन जो गटर मे जोडी है उसे बंध करवाओ। बाकी तो खुल्ला कहता हूँ आप कितनी भी मेहनत कर लो सब व्यर्थ है।
जय हिन्द जय दमण
दमण म्युनिसिपल काउंसिल के अध्यक्ष श्री अनिलभाई टंडेल आपका कार्य अत्यंत सराहनीय है आपने दमण मे गटर की सफाई शुरू करवाई है और खुद उपस्थित रहते हो।
पर मेरे भाई जहा जहा सफाई हो गई वहा की गटर के ढक्कन को बंध करवाने का क्या अब अलग से टेन्क निकलेगा? और फिर ठेके से वे खुले ढक्कन को बंध करवाओगे?
मेरे भाई दो जगह सफाई ना हो तो कोई आसमान नही तुटेगा पर सफाई हो जाने पर वहां से गटर से निकला कचरा उठाने के साथ ढक्कन को भी उसी समय बंध करवाते चलो।
दुसरे आपने वोटर हार्वेस्टिंग के नाम पर तो ये है वो है करके बात को फाईल मे बंद करके कोने मे रखवा दिया। और अगले वर्ष फिर यही पानी कि किल्लत की हो हल्ला होना तय है। कारण दमण की जनता को प्रशासन की मदद के बीना कोई काम नही होता ये आदत बन चुकी है। मै दो महीने तक लगातार लिखता रहा कितने लोगो ने यह सिस्टम करवाई नही जानता। कल एक भाई ने बताया साईकृपा के साथ लगे मलबारी कोम्प्लेक्श मे 300 फिट तक बोर करने पर भी पानी नही है। सोचो दमण एक मरू स्थल बन गया है। कारण दिलीपनगर, साईकृपा का क्षेत्र कभी हरी यारा हुआ करता था वहा खेती होती थी, आज ये हाल है। और जनता है बस प्रशासन मदद करेगी थी ही हो कर पायेगी नही गाली देते रहेगे लेकिन खुद नही करायेगी।
और दुसरी बात ये जो गटर हर दो महीने चोक हो जाने का बडा कारण है सबने अपने घर मे टोयलेट से सेफ्टी टेन्क से मल/मुत्र की लाईन गटर मे जोड दी है। टोयलेट के लिए सेफ्टी टेन्क के साथ सोख पीट बनानी होती है वो कोई नही बनाता और इस गटर मे पाइप जोड दिया है।
अगर वाहवाही करानी हो तो भाई दो कार्य करवा ली वोटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सब नये पुराने घर के लिए कम्प्लीट हो और एक टीम बनाओ और ये टोयलेट की लाईन जो गटर मे जोडी है उसे बंध करवाओ। बाकी तो खुल्ला कहता हूँ आप कितनी भी मेहनत कर लो सब व्यर्थ है।
जय हिन्द जय दमण