क्या पिछले जन्म की यादें आज भी आपका पीछा कर रही हैं? क्या आपको लगता है कि जिन घटनाओं से आपका वर्तमान में सामना हो रहा है, उन घटनाओं से पहले भी कभी आपका वास्ता रहा है? बहुत से लोग इसे मात्र एक इत्तेफाक मानते हैं, लेकिन अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो यकीन मानिए इसका संबंध आपके पिछले जन्म से हो सकता है।
पिछला जन्म आपके वर्तमान जन्म से पूरी तरह भिन्न हो सकता है। आपका पारिवारिक वातावरण, स्थानीय क्षेत्र, राज्य या देश तक भिन्न हो सकते हैं। साथ ही आपके आर्थिक और सामाजिक हालात भी बिल्कुल अलग होते हैं। इसके अलावा यह भी मुमकिन है कि आपका पिछला जन्म वर्तमान की तरह एक इंसान का नहीं बल्कि किसी अन्य जीव का रहा हो।
क्या आपको लगता है कि वाकई आपका ये जन्म पिछले जन्म की घटनाओं से जुड़ा है? पिछले जन्म की अवधारणा सदियों से भारतीय समाज का हिस्सा रही है, लेकिन आधुनिक होते समय में इसे पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया है। लेकिन अब यह मात्र एक अवधारणा ना रहकर वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित एक घटनाचक्र बन गया है।
वे लोग जो पिछले जन्म जैसी बातों पर विश्वास करते हैं और वर्तमान जीवन में उन्हें इससे जुड़े सूत्र मिले हैं, जो उनकी पिछले जन्म की बात को सच करते हैं, उनके द्वारा बताए गए अनुभवों के आधार पर वैज्ञानिकों ने कई पैमाने बनाए हैं। इनके द्वारा यह प्रमाणित होता है कि आप वाकई अपने पिछले जन्म की यादों को जी रहे हैं।
कभी-कभार उस जगह पर जाना भी हमें कुछ याद दिलाता है जहां हम पहले कभी गए नहीं हैं। इतना ही नहीं कोई ऐसी घटना या व्यक्ति भी हमें ये सोचने को विवश कर देते हैं कि क्या हम पहले भी इनसे सामना कर चुके हैं? ऐसे भावों को “डेजा वू” कहा जाता है।
कभी-कभार उस जगह पर जाना भी हमें कुछ याद दिलाता है जहां हम पहले कभी गए नहीं हैं। इतना ही नहीं कोई ऐसी घटना या व्यक्ति भी हमें ये सोचने को विवश कर देते हैं कि क्या हम पहले भी इनसे सामना कर चुके हैं? ऐसे भावों को “डेजा वू” कहा जाता है।
जिस तरह डेजा वू में कभी ना देखी गई चीजें देखी हुई लगती हैं उससे ठीक उलट “जमैस वू” में आप उस इंसान को भी पूरी तरह भूल जाते हैं, जिसे आप अच्छी तरह जानते हैं। उस घटना को अपने मस्तिष्क से मिटा चुके होते हैं, जिसकी आपके जीवन में बहुत बड़ी भूमिका रही है। मजबूत याद्दाश्त और मस्तिष्क की हालात के बावजूद आप कुछ विशिष्ट बातें भूल जाते हैं।
शुरुआती दौर में बहुत से मनोवैज्ञानिकों ने यह कोशिश की कि किसी तरह डेजा वू जैसे अनुभवों को मानसिक गड़बड़ी से जोड़कर इसे एक प्रकार की मानसिक बीमारी करार दिया जाए। लेकिन वे ऐसा कुछ भी करने में नाकाम रहे। आधुनिक वैज्ञानिकों ने आखिरकार डेजा वू को पिछले जन्म से कनेक्ट करने बाद इसे अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित किया।
ऐसी कोई घटना जिसे भले ही हम अपने इस जन्म में पहली बार अनुभव कर रहे हों, लेकिन हमें ये लगे कि पहला भी ऐसा हो चुका है, आप समझ जाते हैं कि आगे क्या होने वाला है तो इस भाव को डेजा वेकु की श्रेणी में रखा गया है। इसके अलावा पहली दफा सुने गए संगीत और गाने के बोल भी आपको कुछ अजीब सा याद दिलाने की कोशिश करें तो वो डेजा सेंटी माना जाता है। लेकिन ये संगीत तो आप पहली बार सुन रहे हैं, तो फिर क्यों आपको ये जाना-पहचाना सा लगता है?
डेजा विजिट उस स्थान से जुड़ी याद को कहा गया है जिस पर आप गए तो पहली बार है लेकिन वो भी आपको कुछ जाना-पहचाना सा लगने लगता है। अगर आप किसी स्थान, मसलन किसी होटल में पहली बार रुके हैं लेकिन आप ना जाने कैसे उस होटल की बारीकियों तक से परिचित हो जाते हैं। किसी जगह घूमने जा रहे हैं तो आपको पता होता है कि आगे का रास्ता क्या है, किस मोड़ पर आपको क्या मिलेगा, वगैरह-वगैरह। तब आपको लगता है कि आप यहां पहले भी कभी आ चुके हैं। लेकिन कब, अपने पिछले जन्म में?
आपकी यादों के साथ कोई अजीबोगरीब सी छेड़खानी हो जाती है। असल में जो घटनाएं आपके साथ कभी हुई ही नहीं, हमारा मतलब वर्तमान जन्म से है, लेकिन आपको वो अक्षरश: याद है, तो इसे आप क्या कहेंगे? ये हालात बच्चों के साथ ज्यादा देखे जाते हैं जब वे कुछ ऐसा बोलने लगते हैं या याद करने लगते हैं जिसका संबंध उनके इस जन्म से हो ही नहीं सकता। ये अद्भुत और अजीबोगरीब यादें हमें पिछले जन्म से जोड़ती हैं।
अकसर हम सपनों की दुनिया को नजरअंदाज करने की कोशिश करते हैं लेकिन ये दुनिया भी अपने भीतर कई राज समेटे हुए है। ये हमसे बहुत कुछ कहना चाहते हैं, जिसे समझने के लिए हमारा तैयार होना बहुत जरूरी है। अगर आपको कोई सपना लगातार परेशान कर रहा है, बार-बार आपको एक ही सपना दिखाई देता है तो हो सकता है यह आपको पिछले जन्म से जोड़ने की एक कड़ी मात्र हो।
वैज्ञानिकों प्रमाणों के अलावा कुछ ऐसी मान्यताएं भी प्रचलित हैं, जिसके पीछे किसी प्रकार का तथ्य तो विद्यमान नहीं है लेकिन किसी ठोस कारण के बिना जब ऐसा होता है तो बहुत से लोग इसे पिछले जीवन की घटना से जोड़ देते हैं।
जब आपको किसी ऐसे व्यक्ति से मदद मिलती है, जिसे आप ना तो अच्छी तरह जानते हैं और ना ही उसका आपसे कोई खास या गहरा रिश्ता है, फिर भी कोई आपकी मदद करने अचानक पहुंच जाता है। वह राह चलता कोई व्यक्ति भी हो सकता है या फिर आपके व्यवसाय से जुड़ा कोई इंसान। कहा जाता है पिछले जन्म में आपने उसकी बड़ी मदद की होती है जिसका एहसान वो इस जन्म में चुका रहा होता है।
कहते हैं इतिहास खुद को दोहराता है, आपके हर बार नजरंदाज करने के बावजूद अगर कोई घटना बार-बार आपके साथ होती जा रही है या किसी व्यक्ति से मिलना आपको बिल्कुल पसंद नहीं है, फिर भी वह आपके नजदीक आता जा रहा है तो समझ जाइए उसका आपके पिछले जीवन से कोई रिश्ता है।
आप किसी से मिले नहीं हैं या पहली बार मिल रहे हैं, लेकिन ना जाने क्यों आप उसको पहली ही बार में या तो बहुत पसंद करने लग जाते हैं कि उसके बिना आपका कहीं मन नहीं लगता या इस कदर नापसंद कर बैठते हैं कि उसे देखना आप बर्दाश्त नहीं कर सकते। भले ही उस व्यक्ति ने ऐसा कुछ भी ना किया हो, लेकिन आपको उनके भीतर से सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा जैसा महसूस होता है। हो सकता है उस व्यक्ति का आपके पिछले जन्म से कोई संबंध हो।
जन्म से ही कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें अंधेरे, ऊंचाई या पानी से डर लगता है। यह डर इस कदर होता है कि वह इस डर की वजह से जी नहीं पाते। जाहिर यह सब इस जन्म से संबंधित तो नहीं है, तो क्या ये डर भी किसी ना किसी वजह से आपकी पास्ट लाइफ से जुड़ा हुआ है?
पिछला जन्म और उससे जुड़ी यादों का वर्तमान जीवन में दखल देना हमेशा से ही एक हिट फिल्मी आइडिया रहा है। यहां तक कि ऐसी सस्पेंस से भरी कहानियां तो पढ़ने और सुनने में भी अच्छी लगती हैं। लेकिन जरा सोचिए अगर ये सब वाकई सच होकर आपके सामने खड़े हों, तो कैसा लगेगा।
nice post bro mujhe aik ldki ke se prem hua tha pahil bar hi magar mai pyar karta hi tha aur achank nafrt bhi karnw laga......kyunki vicharose nakartmk urja paida hoti thi..............
ReplyDeletemai bhi yahi sochta tha ki mera kuch nata hai punrjm me bhi.....
aise to ldkiya khub patayi lekin bhul jata hum...
magr use nhi bhul pa raha hu...pyar bhi nhi karta......
shayd punrjm ka bhag ho..........use dekhta hu to behan jaisi feeling hoti hai man se NHi andar se.....