भारत का अर्थ है -
भा- भावना की उच्चता
र - रमा रहना
त - तपस्या
अर्थात उच्च भावना रखते हुए जन कल्याण के लिए तपस्या मे लगा रहना ........
भारत मेँ ही वसुधैव कुटुम्बकं की भावना विद्यमान है ....
भारत मे ही सर्वे भवन्तु सुखिनः ...,
जैसी उच्चभावनाएँ जन मेँ रहती है ....
अन्यत्र लोग भोग विलास मे लगे रहते है .....
भारत मे आचार्य कौटिल्य जैसे त्यागी पुरुष होते है ...,
अतः ऐसी तपोभूमि पर भगवान बार बार अवतार लेते है ,,,..
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