400
ग्राम गोमूत्र की बैटरी से 3 वाट का बल्ब 400 घंटे तक जलाया जा सकता है।
12 बोल्ट की इस ‘गो-ज्योति बैटरी’ से मोबाइल भी चार्ज हो सकता है। इसे
कानपुर (उत्तरप्रदेश) की गौशाला में बनाया गया है। इसे बिजली से चार्ज करने
की जरूरत भी नहीं होती। कानपुर गोशाला के महामंत्री पुरूषोत्तम तोषनीवाल
के प्रयासों से यह सब संभव हुआ है। तोषनीवाल के अनुसार यह बिजली का
वैकल्पिक साधन बन सकती है।
तोषनीवाल ने दावा... किया कि बिजली से
चार्ज होने वाली बैटरियां 5-6 घंटे तक ही काम करती हैं, जबकि गौ-ज्योति
बैटरी 400 ग्राम गो-मूत्र से 400 घंटे तक चलती है।
मध्यप्रदेश
उर्जा विकास निगम ने इस बैटरी को परीक्षण के लिए भोपाल के राजीव गांधी
विश्वविद्यालय में भेजा था। परीक्षण में 400 घंटे में मात्र 3 फीसदी वोल्ट
कम हुआ। इससे 12 घंटे तक मोबाइल चार्ज करके भी देखा गया। तोषनीवाल के
अनुसार इस गौ-ज्योति बैटरी की लागत 3500 रूपये आती है।
उतराखंड
सरकार ने अपने कई दफ्तरों में इसका उपयोग करना शुरु कर दिया है। छत्तीसगढ़
सरकार भी कार्यालयों में उपयोग के लिए बैटरी खरीदने वाली है।
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