Monday, July 9, 2012

Marraige Invitation card

विवाहसन्दर्भे आह्वानपत्रलेखनं यथा-----
श्रीरस्तु शुभमस्तु अविघ्नमस्तु
॥ श्री कुलदेवता प्रसन्ना भूयात् ॥
अयि मान्याः, सादरं वन्दनानि।
स्वस्ति श्री शालिवाहनशके----------नाम संवत्सरे ------मासे-------पक्षे-----तिथ
ौ------वासरे-----दिनाङ्के------प्रातः-------वादने------ लग्नशुभांशे
--------------------------------------------------------------------------------------------------
मम द्वितीयः पुत्रः | श्री--------इत्यस्य प्रथमा पुत्री
चि॥------------------ | चि॥ सौ॥-----------------
-------------------------------------------------------------------------------------------------- इत्येतयोः विवाहमङ्गळोत्सवः गुरुजनैः कुलदेवतानुग्रहेण निश्चितः अस्ति।------नगरे
----------कल्याणमन्दिरे सम्पत्स्यमाने अस्मिन् विवाहमङ्गळोत्सवे भवन्तः समुपस्थाय
वधूवरौ आशीर्भिः अनुगृह्णन्तु इति प्रार्थ्यते।

शिवपुरम् इति भवदागमनाभिलाषी,
दिनाङ्कः----- श्रीमती/श्री----------------------
--- इरागावारापू  नारासिम्हाचार्य
 

No comments:

Post a Comment